पीपाड़ शहर (जोधपुर) GN24 निकटवर्ती ग्राम रिया सेठा की मे पहाड़ी पर स्थित माता जी के मंदिर का संगमरमर से निर्मित विशालकाय प्रवेश द्वार तेज आंधी के कारण गिर गया। रात्रि का समय होने के कारण वहां पर कोई भी उपस्थित नहीं था। सुबह जब पुजारी जयकिशन शर्मा वहां पर गए तब उन्होंने देखा की प्रवेश द्वार गिरा पड़ा है। फिर उन्होंने मंदिर के ट्रस्टी एवं गांव वालों को सूचना दी। गांव वाले मौके पर पहुंचे एवं सीसीटीवी कैमरा में देखा तो पता चला कि तेज आंधी के कारण ही प्रवेश द्वार गिरा है। मौका मुआयना करने पर पता चला की लगभग 15 से 20 सीढ़ियां क्षतिग्रस्त हो गई है। सबने निर्णय लिया कि मलवे को हटाने के लिए क्रेन को बुलाया जाए। फिर क्रेन के द्वारा प्रवेश द्वार के मलबे को हटाया गया एवं मंदिर पर चढ़ने वाली सीढ़ियों पर साफ सफाई करवाई गई। मंदिर के मुख्य ट्रस्टी एडवोकेट बख्तावरसिंह ने बताया कि जल्द ही मंदिर की सीढ़ियॉ जो क्षतिग्रस्त हुई है उनको ठीक करवा दिया जाएगा, ताकि दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो। मंदिर बहुत ही प्राचीन है। इस मंदिर का जीर्णोद्धार 2 वर्ष पहले करवाया गया था। जिसमें पूरे मंदिर को संगमरमर से बनवाया गया था एवं नीचे सीढ़ियों पर यह प्रवेश द्वार बनवाया गया था। इस मंदिर पर लोग दूर-दूर से दर्शन करने के लिए आते हैं। यह मंदिर इच्छापूर्ण माता जी के मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है। पुराने समय से इस मंदिर के साथ कई किस्से कहानियां जुड़ी हुई है। जोगमाया का इस मंदिर पर साक्षात पदार्पण हुआ था। मंदिर के नीचे सीढ़ियों के पास माता जी के पैरों के निशान है। माताजी के एक पैर का निशान एवं एक शेर के पंजे का निशान मौजूद है। इस पहाड़ी के पत्थर पर किसी भी प्रकार की खुदाई नहीं की जा सकती, इसलिए माना जाता है की यह जो निशान है माताजी के स्वयं के जहां आपगन के प्रमाण है।
जय माता दी
सीसीटीवी कैमरा में रेखा तो पता चला
Jai Mata dii