नई दिल्ली, 1 जनवरी 2024: देशभर के मेडिकल छात्र छात्राओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। आगामी शिक्षा वर्ष से मेडिकल काउंसलिंग प्रक्रिया में बड़ा बदलाव होगा। आयुर्विज्ञान क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक छात्रों के लिए एम्स (एल-इन्डिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) द्वारा जारी किए गए नए नियमों के तहत अब एक साथ होगी मेडिकल काउंसलिंग।
मुख्य बिंदु:
मेडिकल काउंसलिंग प्रक्रिया का समय सीमित: अब से, एम्स ने तय किया है कि सभी मेडिकल कॉलेजों में काउंसलिंग प्रक्रिया को दिनों की बजाय 30 दिनों के भीतर पूरा किया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों को समय सीमिती नहीं होने देना है।
एफएमजी के लिए नए नियम: एमसी ने फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जामिनेशन (एफएमजी) के लिए भी नए नियम जारी किए हैं। अब एग्जाम देने के लिए अधिकतम 3 साल और 6 अटेम्प्ट ही मिलेंगे।
विदेशी छात्रों को बड़ी राहत: नए नियमों के अनुसार, विदेशी छात्रों को एफएमजी में भाग लेने के लिए विशेष राहत मिलेगी, जिससे उन्हें अधिक संख्या में प्रयासों का सामर्थ्य होगा।
एमसी के अध्यक्ष का कहना:
एमसी के अध्यक्ष ने इस संबंध में कहा, “यह नया नियम छात्रों के लिए एक सराहनीय कदम है। हमारा लक्ष्य है कि छात्रों को और अधिक सुविधा मिले और उन्हें काउंसलिंग प्रक्रिया में कोई भी असुविधा ना हो।”
नेशनल मेडिकल कमिशन का योजनाबद्ध उद्देश्य:
नेशनल मेडिकल कमिशन (एनएमसी) के तहत जारी किए जा रहे नए नियमों का मुख्य उद्देश्य है स्वास्थ्य क्षेत्र में बेहतर तकनीकी ज्ञान और कौशल के साथ समृद्धि बढ़ाना। इसके साथ ही, ये नियम छात्रों को विदेशों में अध्ययन के लिए भी बेहतर अवसर प्रदान करेगा।
इस बड़े बदलाव के साथ, डॉक्टर बनने की राह में आने वाले छात्रों को मिलेगी अधिक सुविधाएं और अवसर, जो आने वाले दिनों में समाज के स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार को बढ़ावा देगा।